Saturday, October 27, 2007

यशवंत की घटिया परची

एक दिन स्कूल में ५ पीरड में मैं एक काम कर रहा था फिर यशवंत ने एक पर्ची दी उस पर लिखा था ध्रुव एक सड़ा हुआ जूस तो मैंने लिक्खा यह्वंत खाता कीडे तो उसने मुझे लिक्खा same to you तो मैंने उसे लिक्खा कि यशवंत के पेट देखो मोटा, मोटा देखो तो अमित ने जाकर परची मेम को दिखा मेम ने मुझे मार लगाइ फिर मैंने जो परचियाँ लिखी वो मैंने उन्हें दिखा दी तो यशवंत को भी मार लगी।
तो यह साबित हुआ

यशवंत को लगी मार
और मैं गया ख़ुशी से पार

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