Saturday, May 18, 2013

हमारे फूटबाल के अलग और अजीब नियम


                       
आज हम बहुत सारे खेल खेलते हैं जैसे फुटबॉल और क्रिकेट| यह खेल दुनिया भर में मशहूर है| यह खेल हम ज्यादातर खेलते हैं| इन खेलों को खेलने के अपने-अपने नियम और तरीके होते हैं| लेकिन जो खेल हम खेलते हैं उस खेल के नियम और तरीके बिलकुल अलग और अजीब होते हैं|
फुटबॉल:- आम फुटबॉल हमारी फुटबॉल खेल से बहुत भिन्न है| आम फुटबॉल मैच की एक समय सीमा होती है, वह समय सीमा समाप्त होते ही खेल ख़त्म और इस खेल मैं टीम अनगिनत गोल मार सकती है| लेकिन जो फुटबॉल हम खेलते हैं उसमे कोई समय सीमा नहीं होती लेकिन उसमे एक निश्चित संख्या के गोल्स होते हैं| इस तरहें से इस फुटबॉल के नियम आम फुटबॉल से एकदम उल्टे होते हैं| इस खेल की कुछ कंडीशंस भी होती हैं जैसे इसमें कितने भी खिलाडी हो सकते हैं| यह खेल शुरू होता है टीम बाँटने से| सबसे पहले खिलाड़ियों में से दो खिलाडी टीम बांटते हैं| अगर हर टीम की संक्या और खासियत दोनों मैं सामान होती है तभी खेल आगे बढाया जाता है अगर ऐसा नहीं होता है तो टीम दोबारा बांटी जाती है| ऐसे मामलों में बहुत झगड़े होते हैं| जब टीम बाँट जाती है तो एक टॉस लिया जाता है जिसमे जीतने वाला या तो सेंटर किक चुनेगा या फिर गोल पोस्ट| जगह के मुताबिक गोआल पोस्ट अलग-अलग होते हैं| अगर गोल के आस पास गाड़ियाँ होती हैं तो उस टीम के लिए एक फायदा होता है की उनके गोल पर गोल करना मुश्किल होता है| एक ज़रूरी बात जो हमारे फुटबॉल में है वो है की हमारे मैच में कोई रेफरी नहीं होता जो रेड कार्ड या येलो कार्ड दे सके इसलिये जब फ़ाउल होता है तो बहुत झगड़े होते हैं| खेल का मैदान पलक झपकते ही अदालत बन जाती है जिसका कोई न्यायाधीश नहीं होता और दोनों टीम के खिलाडी विटनेस बॉक्स में आकर एक दुसरे को गवाही देते हैं| जिसकी बात मैं ज्यादा दम होता है वह केस जीत जाता है| कई बार ऐसा भी होता सामने वाली टीम का कोई खिलाडी अपनी टीम का गुन्हा कुबूल करता है और मसला हल हो जाता है| या फिर एक टीम बहस में ना पढके ऐसे ही कोई बात नहीं कह देती है| एक और इस खेल की यह है की इस खेल में किसी भी टीम का कोई निश्चित गोल कीपर नहीं होता| अगर गोल कीपर अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो टीम के लोग उसे हटा भी सकते हैं या फिर वह टीम से गुज़ारिश करके गोलकीपर के पद से हट सकता है| हमारा यह खेल छह गोल्स या कितना भी हो सकता है अगर कोई टीम सबसे पहले निश्चित गोल कर दे तो वह जीत जाती है| जीतने के बाद हरने वाली टीम का मजाक उड़ने के बजाये और कुछ नहीं होता| अगर आम खेल में भी ऐसे नियम लागु हो जाएँ जो खेल में गाली-गलोच और मारपीट आम बात हो जाएगी| हमारे फुटबॉल के अपने अलग और अजीब नियमों से यह खेल एक दम अलग हो जाता है|