२२ अक्टूबर की शाम को मैं जब अपना ब्लू पेन और ब्लैक पेन लेने जा रहा था कि अचानक मैंने फेंस के ऊपर बहुत सारे बन्दर देखे और मैं उनसे बचता हुआ अपना पेन ले आया लेकिन लौटते समय मैंने एक आदमी को साइकिल चलाते हुए देखा. मैंने सोचा कि मैं उस साइकिल के पीछे दौड़ता हूँ. इससे मेरी थोडी कसरत भी हो जायेगी. तो मैं उसके पीछे पीछे दौड़ रहा था. जब मैं जा रहा था तो अचानक से एक बन्दर झाडिओं से निकल कर आया और मैं डर गया और मैं दूसरे रास्ते से निकल गया और मैं अपने घर आ गया.
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